देश का सबसे ठंडा स्थान बन जाता है कारगिल
सुरु, जिसे पाकिस्तान में सिंधु नदी भी कहा जाता है, के किनारे बसा कारगिल समुद्र तट से 8,780 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसलिए यहां सालाना औसत तापमान तकरीबन 8.6 डिग्री सेल्सियस रहता है। सर्दीयों में माइनस तापमान के साथ यह देश का सबसे ठंडा स्थान बन जाता है। इसलिए अगर आप एडवेंचर के शौक़ीन हैं तो सर्दियों का मौसम आपके लिए सबसे मुफीद है।
एशियाई और तिब्बती वस्तुओं का बाजार
कारगिल कभी मध्य एशिया के व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था। लेकिन भारत-चीन संघर्ष के बाद से स्थितियों में काफी बदलाव आया। आज यहां के पुराने बाजार में एशियाई तथा तिब्बती वस्तुओं की प्रमुखता है। आप यहां से खास तम्बाकू, तांबे की केतलियां और हुक्के, पर्वतारोहण संबंधी सामान, पशमीना शॉल, तिब्बती चटाईयां तथा लकड़ी के बने सामान ख़रीद सकते हैं।
एडवेंचर टूरिजम का बड़ा केंद्र बना कारगिल
कारगिल की पहचान सेना के बड़े बेस कैंप के रूप में भी होती है। हिमालय की गोद में बसे होने और भौगोलिक स्थिति की वजह से यह रोमांचक पर्यटन (एडवेंचर टूरिज़्म) का एक प्रमुख केंद्र है। यहां होने वाले रोमांचक खेल, पर्वतारोहण, माउंटेन बाइकिंग, ट्रैकिंग और रिवर राफ्टिंग पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। हर साल मई महीने में कारगिल में होने वाली तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग यहां आते हैं।
यहां से देखें हिमालय का अद्भुत नज़ारा
कारगिल से गोमा कारगिल के बीच का नज़ारा आपको आश्चर्यचकित कर देगा। इन दोनों के बीच तकरीबन दो किलोमीटर की दूरी है। यहां स्थित सुरु नदी पर बने पुराने लकड़ी के पुल से गुज़र कर पोयेन गांव जा सकते हैं। यहां से शहर तथा हिमालय का अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है।
कारगिल के लोग
कारगिल घूमने के दौरान आप यहां की सबसे पुरानी आदिवासी प्रजाति, मिनारोज से भी मुलाकात कर सकते हैं। कहते हैं कि वे सिकंदर की सेना का हिस्सा रह चुके हैं। ये ऊनी ट्यूनिक पहनते हैं, जिसके किनारों पर शानदार कड़ाई होती है। सिर पर यह एक भारी टोपी पहनते हैं, जिसमें सूखे फूल, कांटे तथा रिबन लगे होते हैं।